आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति के अनुसार शरीर, मन और आत्मा संतुलन बनाए रखने एक साथ काम करते हैं। शरीर, मन और आत्मा की असंतुलित अवस्था (vikruti) विकृति कहा जाता है तो वहीं आयुर्वेद दोषों को संतुलन में रखता है और स्वस्थ बनाता है यह बात आयुष विभाग द्वारा आयोजित विकास खण्ड स्तरीय निशुल्क आयुर्वेद चिकित्सा जांच व औषधि वितरण शिविर में विशिष्ट अभ्यागत के आसंदी से अधिवक्ता चितरंजय सिंह पटेल ने कहते हुए नगर में सर्व सुबिधा युक्त आयुर्वेद चिकित्सालय की आवश्यकता बताया। उद्घाटन समारोह के मुख्य अभ्यागत श्रीमती सुषमा दादू जायसवाल ने शिविर की सफलता के कामना करते हुए आयुष विभाग के चिकित्सकों के साथ नोडल अधिकारी डॉ उत्तम गबेल की सराहना करते हुए लोगों से शिविर का लाभ उठाने का आग्रह किया। भगवान धन्वंतरि के प
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